Monday, May 15, 2023

गौरैया चिड़िया का दर्द

 

गौरैया चिड़िया का दर्द

 

उड़ती है आसमान में गौरैया चिड़िया,

 फैला करती है अपनी पंखों की छाया।

 

पर इस आनंद के रंग से कुछ ऊपर,

 उसके हृदय में घाव का दर्द जगाया।

 

गौरैया चिड़िया की आंखों से टपकती हुई धुप, 

अपने दर्द को छुपा कर हर काम को पूरा करती है।

 

उसकी दुनिया में कुछ अलग होता है,

         वो जानती है उसकी भाषा नहीं समझता कोई।

 

जब वो खुशी से गाने गाती है, 

एक अनजाने दर्द को वो अपनी आवाज से छिपाती है।

 

            गौरैया चिड़िया के दर्द की वजह कोई नहीं जानता,

 वो तन्हा रह जाती है अपने दर्दों के साथ।

 

लेकिन उसे पता है कि उस दर्द से हमारा कुछ रिश्ता है,

 वो हमें याद दिलाती है हमारी मुस्कान नहीं जानती क्यों।

 

Sunday, May 14, 2023

रात

 रात.



बेखबर रात है, खुशबू से भरी,
चाँद की किरणों में लिपटी, सदा के लिए सुलगी,
उन तारों के झरोखों से, सपनों की दुनिया बिखरी।


ठहरते सितारों के बीच में, कुछ खोया सा लगता है,
चाँदनी में उतरते, मन के सितारे बिखरते,
जैसे कि खुदा ने, खुशियों की चांदनी में उतरा दिया हो।


हर एक तारा, लोरी गाते हुए,
आंखें मूँद, सुलाते हुए,
चाँद के साथ मेरे सपनों को, सच्ची दुनिया में ले जाते हुए।


हर एक चांद के साथ जब मैं लिपट जाती हूँ,
तो खुशियों की जीती हुई दुनिया में खो जाती हूँ,
चाँद की खुशबू से संवरती हर रात, एक सपनों की दुनिया बनाती है।


Wednesday, June 23, 2021



            अक्स
ऐ  सनम  मुड़ कर देख ज़रा ,
अक्स तेरा तुझसे दूर पड़ा है |
क्या तुझको मालूम है, वो भी ,
तेरी बेवफाई का मारा है 


Sunday, July 28, 2019


जिंदगीनामा 

ग़म ऐसा  मसखरा है,
दिल मुस्कराये न भले लबों को मुस्कराना सीखा देता है।
डर वो उस्ताद है जो, झुकना सीखा देता है,
मौत भी कोई कम नहीं यारों ,
अच्छों-अच्छों  को उनकी औकात दिखा जाता है। 

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Friday, July 26, 2019


'कातिल'


बहुत देखें है जनाज़े इश्क वालों के।
घर के चिराग जलते देखें है, गैरों की महफिल में।
जिसके आगोश में  रोया करते थे,
उसे मेरा कातिल होते देखा है। 

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